स्वास्थ्य का महत्व- Swasthya ka Mahatva
स्वास्थ्य का महत्व (Swasthya ka mahatva) : हमारे शरीर का और मन का सुचारु रूप से काम करना ही स्वास्थ्य है । स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का निवास होता है । हमारे शरीर में ज़रा सी भी गड़बड़ हो जाए तो हमारे मन को भी कुछ अच्छा नहीं लगता, कोई इच्छा नहीं होती अर्थ यह है कि व्यक्ति के पास हर प्रकार की सुख सुविधाएं होते हुए भी अगर किसी का स्वास्थ्य अच्छा नहीं है तो हम अपने जीवन का आनंद नहीं ले पाएंगे ।
वैसे भी धन संपदा से भोजन तो खरीदा जा सकता है परंतु भूख नहीं ,बिस्तर तो खरीदा जा सकता है परंतु नींद नहीं। हमारे शास्त्रों में भी जो विभिन्न प्रकार के सुखों का वर्णन होता है तो यही कहा जाता है-“ पहला सुख निरोगी काया । “
स्वास्थ्य की परिभाषा
यदि हम सही मायने में पूर्ण स्वास्थ्य की बात करें तो हमारा अभिप्राय केवल शारीरिक स्वास्थ्य से ही नहीं, अपितु मानसिक स्वास्थ्य से भी है अर्थात् मनुष्य केवल तन से ही नहीं, मन से भी स्वस्थ होना चाहिए । अभिप्राय यह है कि हमारा शरीर पूर्णतः रोगमुक्त हो एवं हमारा मन तनावमुक्त हो, हम जीवन को सकारात्मक दृष्टिकोण से देख सकें। हम इतने सक्षम हो कि अपने रोज़मर्रा की समस्याओं को सही तरीके से सुलझा कर तनाव रहित और प्रसन्नचित्त रह सके ।
स्वास्थ्य का महत्व: अच्छे स्वास्थ्य को कैसे प्राप्त करें?
आज अपने जीवन में जहाँ हर व्यक्ति धन कमाने के पीछे भाग रहा है तो हम सभी को इस तेज गति से भागते युग में आवश्यकता है, स्वास्थ्य का महत्व समझने की,अपने स्वास्थ्य के लिए कुछ समय निकालने की , साथ ही एक स्वस्थ खानपान की शैली अपनाने की ।
यदि हमें स्वास्थ्य और सेहत से भरपूर खुशहाल जीवन चाहिए तो ऐसा जीवन संभव है यदि निम्नलिखित आदतों को अपनी दिनचर्या में शामिल करें-
- पारंपरिक खानपान
- व्यायाम
- प्राणायाम
- सैर
- योग व ध्यान
अच्छा स्वास्थ्य हर व्यक्ति की स्वयं की जिम्मेदारी है । अतः समय रहते हम अपने स्वास्थ्य का महत्व समझे और स्वयं को समय देकर इन सब साधनों के द्वारा हम पूर्ण स्वास्थ्य की प्राप्ति का प्रयत्न करें ।